Kamal Kafir14 मई1 मिनट पठनये शहर है कुछ अजीब सा यहाँ दिल क्यों लगता नहीं ये शहर है कुछ अजीब सा यहाँ दिल क्यों लगता नहीं KAMAL KISHORE "KAFIR"